Friday, 4 April 2014

कोहली के कमाल से फाइनल में टीम इंडिया

मीरपुर: टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में भारत ने साउथ अफ्रीका को छह विकेट से हरा दिया. टीम की जीत में जहां पहले रविचंद्रन अश्विन की कैरम बॉल ने कमाल दिखाया तो वहीं लक्ष्य का पीछा करने में स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने आकषर्क अर्धशतकीय पारी खेल भारत को आसानी से जीत दिला दी.
भारत इस टूर्नामेंट में दूसरी बार खिताबी मुकाबले तक पहुंचा है. इससे पहले उसने 2007 में पाकिस्तान को हराकर खिताब जीता था. महेंद्र सिंह धोनी की टीम अब रविवार को अपने पड़ोसी श्रीलंका से भिड़ेगी जिसे उसने 2011 में एकदिवसीय विश्व कप के फाइनल में शिकस्त दी थी.

दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान फाफ डुप्लेसिस के 41 गेंदों पर बनाये गये 58 रन और शानदार फार्म में चल रहे जीन पाल डुमिनी के 40 गेंद पर नाबाद 45 रन से चार विकेट पर 172 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया जो भारत के खिलाफ टूर्नामेंट में उसका सर्वोच्च स्कोर है. डेविड मिलर ने भी 12 गेंद पर नाबाद 23 रन बनाये.

अश्विन को छोड़कर अन्य गेंदबाजों के निराशाजनक प्रदर्शन की भरपायी भी बल्लेबाजों ने की. अश्विन ने चार ओवर में 22 रन देकर तीन विकेट लिये. अमित मिश्रा ने टूर्नामेंट में अपना सबसे खराब प्रदर्शन किया. उन्होंने तीन ओवर में 36 रन दिये. धोनी ने अपने तीन मुख्य गेंदबाजों का कोटा भी पूरा नहीं करवाया.रोहित शर्मा (23 गेंद पर 24 रन) और अंजिक्य रहाणे (30 गेंद पर 32 रन) ने भारत को तेजतर्रार और सकारात्मक शुरूआत दिलायी.
इसके बाद कोहली ने अपने सदाबहार अंदाज में बल्लेबाजी करके 44 गेंद पर पांच चौकों और दो छक्कों की मदद से नाबाद 72 रन की प्रभावशाली पारी खेली. सुरेश रैना ने दस गेंद पर 21 रन का योगदान दिया जिससे भारत ने 19.1 ओवर में चार विकेट पर 176 रन बनाकर आसानी से लक्ष्य हासिल किया.


भारत की पारी
रोहित ने दूसरे छोर से गेंद संभालने वाले एल्बी मोर्कल का दो चौकों और फिर डेल स्टेन का अपर कट से छक्का जड़कर स्वागत किया. ब्यूरान हेंडरिक्स (31 रन देकर दो विकेट) की शॉर्ट पिच गेंद को भी उन्होंने गेंदबाज के सिर के उपर से छह रन के लिये भेजना चाहा लेकिन वह हवा में तैर गयी जिसे डुप्लेसिस ने कैच में बदला. रोहित के आउट होने के बाद रहाणे और कोहली ने स्ट्राइक रोटेट करके गेंदबाजों की परेशानी बढ़ायी. इस बीच रहाणे ने वायने पर्नेल पर छक्का जड़ा लेकिन इसी गेंदबाज के खिलाफ अपने शॉट पर वह नियंत्रण नहीं रख पाये और डीप मिडविकेट पर कैच दे बैठे.
 
कोहली ने भी डुमिनी की गेंद लांग आन पर छह रन के लिये भेजी. डुप्लेसिस ने अपने मुख्य गेंदबाज स्टेन के तीन ओवर आखिर के लिये बचाकर रखे थे लेकिन इससे बल्लेबाजों पर असर नहीं पड़ा. स्टेन ने इसके बाद जो 13 गेंद की उनमें 26 रन दिये. कोहली ने लेग स्पिनर इमरान ताहिर (30 रन देकर एक विकेट) के आखिरी ओवर में डीप मिडविकेट पर छक्का लगाकर टी20 अंतरराष्ट्रीय में अपना सातवां अर्धशतक पूरा किया.

ताहिर ने इसके तुरंत बाद अपनी आखिरी गेंद पर युवराज सिंह (17 गेंद पर 18 रन) को लांग ऑफ कैच आउट कराया. रैना ने पर्नेल की गेंद शार्ट फाइन लेग पर छक्के लिये भेजकर खाता खोला और फिर लगातार दो चौके लगाये. इस ओवर में 17 रन बने जिससे मैच पूरी तरह से भारत के पक्ष में झुक गया. कोहली ने स्टेन की गेंद दो बार सीमा रेखा के पार भेजकर रही सही कसर पूरी कर दी. उन्होंने इसी गेंदबाज पर विजयी चौका लगाया.

साउथ अफ्रीका की पारी
क्विंटन डि काक (6) को भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर विकेट के पीछे कैच आउट दिया गया. अंपायर इयान गाउल्ड ने कुछ समय लेने के बाद उन्हें आउट दे दिया लेकिन बल्लेबाज इस फैसले से खुश नहीं था. हाशिम अमला (22) ने कुछ आक्रामक शाट लगाये लेकिन वह अधिक देर तक क्रीज पर नहीं टिक पाये. अश्विन की लेग ब्रेक की तरह की गयी करिश्माई कैरम बॉल ने उनका आफ स्टंप उखाड़ दिया. डुप्लेसिस ने क्रीज पर पांव जमाने में समय लगाया और फिर शानदार बल्लेबाजी की. उन्होंने मिश्रा ने पर कवर क्षेत्र में चौका लगाया और फिर सुरेश रैना पर एक हाथ से स्लाग शॉट से छक्का जड़ा.
पारी के 13वें ओवर में मिश्रा ने 17 रन लुटाये. इस दौरान डुप्लेसिस ने अपना अर्धशतक भी पूरा किया. धोनी ने ऐसे में अपने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज अश्विन को गेंद सौंपी. डुप्लेसिस ने उन पर काउ कार्नर पर छक्का लगाया लेकिन अश्विन ने फिर से कैरम बॉल की जिस पर डुप्लेसिस ने लेग की तरफ पीछे हटकर शाट मारना चाहा लेकिन वह उनके शरीर से लगकर विकेटों में समा गयी. डुप्लेसिस ने 41 गेंद की पारी में पांच चौके और दो छक्के लगाये. अश्विन ने अपने अगले ओवर में डिविलियर्स (10) को डीप फाइन लेग पर कैच कराया. डुमिनी ने हालांकि एक छोर संभाले रखा और अश्विन पर लांग आन पर छक्का जमाया. डुमिनी ने अपनी पारी में चार चौके और तीन छक्के लगाये.

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